उसके बाद का दौर कुछ और है गर्मियों का आनंद जो पहले था वह अब नहीं। उसके बाद का दौर कुछ और है गर्मियों का आनंद जो पहले था वह अब नहीं।
उठ जाओ भरतार प्रिये। जी देखो आज है इतवार प्रिये।। बड़े स्वार्थी रसिया बालम करवट बदलो पड़े पड़े। औं... उठ जाओ भरतार प्रिये। जी देखो आज है इतवार प्रिये।। बड़े स्वार्थी रसिया बालम कर...
द्वितीय शनिवार छुट्टी का दिन है । खुशियो से कट जाये दिन । द्वितीय शनिवार छुट्टी का दिन है । खुशियो से कट जाये दिन ।
खट्टे हरे टिकोरे ! खट्टे हरे टिकोरे !
माँँ कसम ! क्या गरम है रे भाई ! माँँ कसम ! क्या गरम है रे भाई !
गर्मी आई...! गर्मी आई...!